शिक्षक स्वीकार करें ड्रेस कोड
देहरादून। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने शिक्षकों से अपील की है कि वे ड्रेस कोड को जल्द से जल्द लागू करने के लिए सहमति बनायें। तबादलों पर उन्होंने फिर से स्थिति साफ करने के साथ कहा कि प्राइवेट स्कूलों की मॉनीटरिंग के लिए एक्ट लाने पर विचार किया जा रहा है, लेकिन अभी एक कमेटी बनाकर इसका परीक्षण कराया जाएगा।
पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने शिक्षकों से अपील की है कि वे ड्रेस कोड को जल्द से जल्द लागू करने के लिए सहमति बनायें। उन्होंने कहा कि वे शिक्षकों से खुद भी गुरु जी कह कर बात करते हैं, इससे समझा जा सकता है कि वे शिक्षकों का कितना सम्मान करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए राज्य सरकार एक स्पेशल एक्ट लाने पर विचार कर रही है। प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ फीस व अन्य मामलों में लूट की शिकायतों को देखते हुए यह विचार आया है। पांडेय ने बताया कि सरकार पहले एक कमेटी बनाकर इस बात का परीक्षण करवाएगी कि इसमें क्या-क्या किया जा सकता है। इसके सभी पहलुओं पर विचार किया जाएगा, ताकि सरकार जनता को राहत देने में सफल हो सके।
उन्होंने कैबिनेट द्वारा एनसीईआरटी की पुस्तकों को लागू करने के फैसले पर खुशी जताते हुए कहा कि इससे आम जनता पर बच्चों की पढ़ाई का बोझ घटेगा। तबादलों पर उन्होंने फिर से स्थिति साफ की है। उन्होंने कहा है कि फिलहाल हर तरह के तबादलों पर रोक लगायी गयी है। तबादलों से पहले विद्यालयों का कोटिकरण करना होगा। ऐसा नहीं किया गया तो वास्तविक रूप से ट्रांसफर के हकदार शिक्षक वंचित रह जाएंगे। उन्होंने कहा कि पहाड़ों में लगातार पलायन होता जा रहा है और कोई भी शिक्षक वहां रहने को तैयार नहीं है, लेकिन सरकार को पहाड़ों की शिक्षा व्यवस्था के लिए पर्याप्त शिक्षकों की व्यवस्था बनाकर रखनी है।