नए जिला अध्यक्ष बने सकलानी, बीएमएस का जिला सम्मेलन सम्पन्न
देहरादून। भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) का जिला सम्मेलन आज यहां प्रेस क्लब में आयोजित किया गया। सम्मेलन के दौरान जहां शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किये गये, वहीं संगठन की नयी कार्यकारिणी का भी गठन किया गया।
सम्मेलन की शुरूआत द्वीप प्रज्ज्वलन के साथ-साथ भारत माता के जयघोष की साथ हुई। मंचासीन उत्तराखण्ड के संगठन मंत्री बृजेश वनकोटी, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष अनिल राठी, प्रदेश महामंत्री शेखरानंद, वरिष्ठ पदाधिकारी व प्रदेश प्रभारी गोबिंद सिंह बिष्ट, प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव विश्नोई, जिला अध्यक्ष चन्द्र मोहन बिजल्वाण सहित सभी संगठनों के आये सदस्यों व पदाधिकारियों ने पुलवामा में आतंकी हमले में शहादत देने बाले शहीदों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गयी। सम्मेलन का संचालन जिला महामंत्री पंकज शर्मा ने किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में आशा कार्यकत्री संगठंन की प्रदेश महामंत्री ललितेश विश्वकर्मा व राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष गंगा गुप्ता ने बीएमएस के गीत सुनकर किया। सम्मेलन में जिला महामंत्री पंकज शर्मा ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस अवसर पर अनेकों वक्ताओं ने अपने अपने विचार व्यक्त किये।
सम्मेलन में अनिल राठी ने संगठन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि देश में श्रमिकों का सबसे बड़ा संगठन है जिसमें तीन करोड़ लोग जुड़े हुए हैं तथा यह संगठन ही एक ऐसा श्रमिक संगठन है जो विश्वव्यापी सबसे बड़ा संगठन है। प्रदेश की विभिन्न संगठनों से जुड़ी इकाईयों की समस्याओं के निराकरण के लिए वृजेश वनकोटी द्वारा किये गए प्रयासों की सराहना की गई। संगठन में जीवनपर्यन्त सेवारत गोबिंद सिंह बिष्ट ने अपने विचारों में कहा कि देश की प्रगति को ध्यान में रखते हुए सभी को कार्य करना चाहिए। सभी श्रमिकों द्वारा अपने परिवारों की जीविका के लिए तो काम किया ही जाता है पर हमें उस ड्यूटी के अतिरिक्त कुछ समय कार्य देश के लिए निश्वार्थ भाव से नियमित करना चाहिए। 23 जुलाई 1955 को गठित हुई दाँतोपंत ठेंगड़ी की अध्यक्षता में जन्मी भारतीय मजदूर संघ के उद्देश्य अन्य संगठनों से अलग हैं उन संगठनों का केवल यही नारा होता है कि चाहे कोई मजबूरी हो- मांगें हमारी पूरी हों जबकि राष्ट्रवादी विचारधारा का पक्षधर बीएमएस का नारा है कि देशकेहित में करेंगे काम, और काम के बदले लेंगे पूरे दाम।
वृजेश वनकोटी ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत का सबसे बड़ा संगठन होते हुए भी हमें साबित करना पड़ता है कि हमारा बीएमएस सबसे बड़ा संगठन है। कोई भी संगठन बड़ा तब होता है जब उसमें विभिन्न क्षेत्र में कार्यरत अधिक से अधिक संगठन से जुडें। आंदोलनों और रैली से जहाँ हम सरकार व संस्थानों पर दबाव बनाकर अपनी मांगे मनवा लेते हैं यह बात अलग है पर हमें अपनी एकता और एकजुटता को भी बनाये रखना चाहिए तथा सभी को एक साथ मिलकर बीएमएस से जुड़े अन्य संगठनों के साथ भी एक होकर खड़े होने के लिए तैयार रहना चाहिए।
सम्मेलन के अंत में प्रदेश महामंत्री शेखरानंद पाण्डेय ने नई कार्यकारिणी घोषित की, जिसके अनुसार जिला अध्यक्ष – आदर्श सकलानी उपाध्यक्ष – पदम सिंह धमंगत( वन्यजीव), अवनीश कान्त(ओएल एफ), विजय कुमार (परिवहन), जिला मंत्री- पंकज शर्मा, सह जिला मंत्री उज्ज्वल त्यागी (ओएलएफ), हर्षमणि पन्त(स्वजल), राम चन्द्र खंडूरी , कोषाध्यक्ष – प्रवीण ममगाईं, औद्योगिक मंत्री -राजेन्द्र सजवाण, प्रचार मंत्री कुलवंत, सदस्य कार्यकारिणी- नरेश कुमार, अर्चना बिष्ट, नीरज शर्मा, लक्ष्मी वर्मा, नीना तोमर, राम किशोर, अवधेश कुमार, विनोद त्यागी, उषा रावत (आशा), अजय कांत शर्मा, अजय शर्मा , मंजू शिसबाल, डीपी शर्मा, मोती राम बीएसएनएल, चन्दरमोहन बिजल्वाण, संगठन मंत्री- विनोद त्यागी शामिल है।
सम्मेलन में उत्तराखण्ड के बीएमएस से जुड़े आशा फैसिलेटेटर की प्रदेश महामंत्री रेनु नेगी, आशा कार्यकत्री संगठन की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरती थापा, एलआईसी की नेशनल आर्गेनाइजेशन ऑफ इंश्योरेन्श, दून ऑटो यूनियन के बालेन्दु तोमर, वर्किंग जॉर्नलिस्ट ऑफ इंडिया के प्रदेश महामंत्री सुनील गुप्ता, आंगनबाड़ी संगठन से मंजू शीशबाल, गढ़वाल मंडल विकास निगम, ऑर्डिनेंस व ऑप्टो से जुड़ी इकाईयों के पदाधिकारी, सिडकुल, टीएचडीसी व ओएनजीसी, उज्ज्वल त्यागी, अवनीश कान्त, रजनी शर्मा, अवधेश कुमार, डोईवाला शुगर मिल यूनियन के महामन्त्री, अरविंद पराशर, प्रवीण ममगाईं, संजीव सिंघल, आशीष वर्मा, जिला उपाध्यक्ष आदर्श सकलानी, आर सी खंडूरी जी, वन्यजीव से पी एस धमाँगदा, चन्द्रावती काला, 108 यूनियन, स्वजल कर्मचारी यूनियन, सर्वे ऑफ इंडिया धीरेंद्र कुमार आदि सम्मिलित हुए।