श्रीनगर। प्रसिद्ध घंटाकर्ण देवता के नव निर्मित मंदिर की आधारशिला रखने के लिए रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को घड़ियालधार पहुंचना था, लेकिन तकनीकि कारणों से मुख्यमंत्री का हेलीकॉपटर लैँड नहीं कर पाया। पायलट ने चॉपर को दो बार लैंड करवाने का प्रयास किया, लेकिन वह सफल नहीं हो सका। टिहरी के विधायक धन सिंह नेगी ने बतौर मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि मंदिर का शिलान्यास किया।ामुहूर्त के तहत कीर्तिनगर प्रखंड के लास्तू पट्टी स्थिति प्रसिद्ध घंटाकर्ण देवता मंदिर के नव निर्माण की आधारशिला रखी जानी थी, इसके लिए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द सिंह रावत व स्थानीय विधायक विनोद कंडारी ने दोपहर साढे बारह बजे हेलीकाप्टर से देहरादून से चले। सीएम के हेलीकाप्टर को घडियालधार में बने अस्थायी हेलपैड पर लैंड करना था लेकिन वह दो बार के प्रयासों के बाद भी लैंड नहीं कर पाया। सीएम के स्वागत के लिए बड़ी संख्या में लोग घडियालधार पहुंचे थे। बाद में सीएम ने फोन के माध्यम से उपस्थित लोगों को सम्बोधित किया। सीएम ने कहा कि उनकी भगवान घंटाकर्ण के प्रति अटूट आस्था है। क्षेत्रीय विधायक ने उनके सामने बहुत मांगें रखी थी जिनको पूरा कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि निकट में में घंटाकर्ण देवता के दर्शनों के लिए घड़ियाल धार पहुचेंगे। इस अवसर पर विधायक कंडारी ने कहा कि क्षेत्र की 18 सड़कों के निर्माण सहित अन्य मांगें मुख्यमंत्री ने मान ली हैं। मंदिर में पूजा अर्चना के बाद घंटाकर्ण मंदिर परिसर में सभा को आयोजन किया गया, इसे जिला पंचायत अध्यक्ष टिहरी सोना सजवाण ने सम्बोधित किया। कार्यक्रम में ब्लाक प्रमुख अनिता निजवाला, रघुवीर सजवाण, दरमियान कंडारी, घंटाकर्ण देवता मंदिर समिति के अध्यक्ष सेते सिंह भंडारी, प्रकाश कैंतुरा, भरत सिंह बत्र्वाल, लक्ष्मण सिंह मेहरा, अजरुन सिंह भंडारी और चंद्र मोहन गोदियाल आदि उपस्थित थे।