देहरादून। उत्तराखण्ड के गन्ना मंत्री प्रकाश पंत ने रविवार को केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री राधा मोहन सिंह से मुलाकात कर, राज्य की चीनी मिलों के आधुनिकीरण एवं गन्ना मूल्य भुगतान पर चर्चा की। श्री प्रकाश पंत ने केन्द्रीय मंत्री से चीनी मिलों में विद्युत उत्पादन (कोजनरेशन)(94 मेगावाॅट) तथा आधुनिकीकरण हेतु 895 करोड़ रूपये के पेैकेज की मांग की। यह पैकेज राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम द्वारा बेहद कम ब्याज पर ऋण के रूप मे मांगा गया है। गन्ना मूल्य भुगतान पर वार्ता करते हुए केन्द्रीय कृषि मंत्री ने सुझाव दिया कि उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड को मिलकर केन्द्र के समक्ष पैकेज का प्रस्ताव रखना चाहिये। इस दिशा में वे, केन्द्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री श्री राम विलास पासवान से भी वार्ता करेंगे। केन्द्रीय कृषि मंत्री ने उत्तराखण्ड के प्रस्तावों पर सैद्धांतिक सहमति व्यक्त की। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य की चीनी मिलों की मजबूती और गन्ना किसानों के हितों के लिये केन्द्र द्वारा पूरा सहयोग दिया जायेगा। सचिव श्री विनोद शर्मा ने बताया कि राज्य में 05 चीनी मिलें उत्तराखण्ड शुगर काॅपरेटिव फेडरेशन के अन्तर्गत आती हैं। ये मिलें बाजपुर, सितारगंज, नादेई, किच्छा और डोईवाला हैं। इन चीनी मिलों के ऊर्जा उत्पादन बाजपुर(22 मेगावाॅट), नादेई(16 मेगावाॅट), सितारगंज(18 मेगावाॅट), किच्छा(22 मेगावाॅट) तथा डोईवाला(16 मेगावाॅट) एवं आधुनिकीकरण हेतु कुल 480 करोड़ रूपये का प्रस्ताव भेजा गया है। इसके साथ ही उनकी वर्किंग कैपिटल के लिये 415 करोड़ रूपये भी चाहिये। कुल 895 करोड़ का प्रस्ताव राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम को भेजा गया है। इस अवसर पर विधायक श्री विनोद कण्डारी तथा राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम के संयुक्त प्रबन्ध निदेशक भी उपस्थित थे।