देहरादून। प्रदेश के हर जिले में महिला सहकारी बैंक खोला जाएगा। इस बाबत सहकारिता विभाग प्रस्ताव तैयार कर रहा है। इन बैंक शाखाओं में मैनेजर से लेकर चपरासी तक महिलाएं होंगी। प्रदेश के सहकारिता राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) डॉ. धन सिंह रावत ने यह जानकारी दी।
डॉ. रावत ने कहा कि महिला सहकारी बैंक खोलने का विचार उन्हें उनके महाराष्ट्र दौरे से आया। वहां पूणो में उन्होंने महिला सहकारी बैंक देखा जिसका टर्नओवर ही दो हजार करोड़ रुपये है। डॉ. रावत ने कहा कि प्रदेश में उसी तर्ज पर हर जनपद में एक सहकारी बैंक खोलने की योजना है। डॉ. रावत ने कहा कि इसी के साथ फायदे वाली समितियां प्रदेश में उनके सदस्यों को बोनस देंगी। प्रदेश की समस्त 1033 प्रदेश की करीब 400 समितियां 70 करोड़ रुपये के लाभ में हैं और सहकारिता कानून के मुताबिक 50 लाख के फायदे में रहने पर 20 फीसद बोनस देने का प्राविधान है। डॉ. रावत ने कहा कि सहकारी समितियों का सदस्यता शुल्क भी 21 रुपये से बढ़ाकर 100 रुपये कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि एक जुलाई से यानी विश्व सहकारिता दिवस से 15 जुलाई तक तक प्राथमिक कृषि ऋण सहकारी समितियों, जिला सहकारी बैंकों एवं राज्य सहकारी बैंकों एवं उनकी शाखाओं में सहकारिता सम्मेलन, गोष्ठी, विशेष सामान्य निकाय बैठक आयोजन हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा ‘‘सबका साथ’ विषय र्चचा के लिए चुना गया है। इस अवधि में सहकारिता विभाग के अधिकारियों को कम से कम 3 समितियों में शिरकत कर रहे हैं। उन्होंने सम्मेलनों में समितियों को बहुउद्देश्यीय, बनाने सहकारिता के मायम से किसानों के आय में वृद्धि करने, सहकारिता आंदोलन के बारे में सदस्यों को अवगत कराने तथा सहकारी संस्थाओं में नव ऊर्जा संचार करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने सहकारिता को पलायन नियंतण्रका सुढ़ संसान बताते हुए अािकारियों से इन सम्मेलनों का आयोजन प्रभावी ढंग से करने निर्देश दिए गए हैं। सहकारिता की सदस्यता के लिए जारी टोल. फ्री नम्बर 9759500500 का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने इन सम्मेलनों में क्षेत्रीय सांसदों, विायकों, ब्लॉक प्रमुखों, जिला पंचायत अयक्ष तथा क्षेत्रीय प्रशासनिक ईकाईयों की अधिक से अधिक सहभागिता के लिए कहा गया है। इस तरह से प्रदेश भर में करीब ढाई लाख लोगों का जुटान होगा। उन्होंने कहा कि सहकारी समितियों के जरिए जन औषधि केंद्रों के संचालन एवं पतंजलि उत्पादों की बिक्री की भी योजना है।