देहरादून। उत्तराखंड के प्रशिक्षित दंत चिकित्सकों ने राज्य में बीडीएस डाक्टरों की भर्ती प्रक्रिया निरस्त करने की मांग की है। भर्ती प्रक्रिया पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए प्रशिक्षितों ने मुख्यमंत्री से इसे रद्द करने की गुहार लगाई है। उन्होंने उत्तराखंड चिकित्सा चयन आयोग के सचिव पर उच्च न्यायालय में इस संबंध में दायर याचिका पर झूठा शपथ पत्र प्रस्तुत करने का आरोप भी लगाया। प्रशिक्षितों ने भर्ती प्रक्रिया नियमानुसार कराने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी सौंपा। उत्तराखंड के प्रशिक्षित दंत चिकित्सकों का आरोप है की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय चिकित्सा चयन आयोग ने बीडीएस डाक्टरों की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा कराई, जबकि नियमानुसार ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। प्रशिक्षितों का आरोप है की अपने चहेतों को नियुक्त करने के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया और उसमें भारी भ्रष्टाचार हुआ। आरोप लगाया कि इस संबंध में नैनीताल उच्च न्यायालय में लिखित परीक्षा कराए जाने के विरुद्ध जो रिट याचिका विचाराधीन है, उसको लेकर भी उत्तराखंड चिकित्सा चयन आयोग के सचिव ने झूठा शपथ पत्र दाखिल किया। प्रशिक्षितों का कहना है आयोग ने भर्ती प्रक्रिया के लिए जारी विज्ञप्ति में यह स्पष्ट नहीं किया की साक्षात्कार से पूर्व लिखित परीक्षा आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा की बीडीएस डाक्टरों की भर्ती नियमावली में लिखित परीक्षा लेने की कोई व्यवस्था नहीं है। यह पूरा खेल अभ्यर्थियों से मोटी रकम वसूलने के लिए रचा गया।