देहरादून। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर 22 अगस्त को प्रस्तावित हड़ताल को लेकर बैंककर्मियों ने कमर कस ली है। उत्तराखंड में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के करीब 15000 कर्मचारी हड़ताल में शामिल होंगे। सोमवार को हड़ताल के समर्थन में बैंककर्मियों ने प्रदर्शन भी किया। सोमवार को नेशविला रोड स्थित कार्यालय में यूएफबीयू के संयोजक सीके जोशी ने हड़ताल के बारे में जानकारी दी। श्री जोशी ने कहा कि यूनियन द्वारा लम्बे समय सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण व विलय के विरोध किया जा रहा है। साथ ही एनपीए (खराब ऋणों) की वसूली के लिए सख्त कदम उठाने, रिक्त पदों को भरने, खराब ऋण के लिए बैंक के शीर्ष अधिकारियों की जवाबदेही तय करने समेत विभिन्न मांगों पर कार्रवाई की मांग की जा रही है, लेकिन सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। ऐसे में बैंककर्मियों के सामने हड़ताल पर जाने के सिवाय को रास्ता नहीं बचा है। 22 अगस्त को होने वाली हड़ताल में बैंक कर्मचारियों के पांच घटक एवं अधिकारी संघ के चारों घटक शामिल हो रहे हैं। वहीं, अखिल भारतीय हड़ताल के समर्थन में सोमवार की शाम को यूएफबीयू के बैनर तले बैंककर्मियों ने एस्लेहॉल स्थित सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया के सामने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में बीपी सुन्दरियाल, विनय शर्मा, पीआर कुकरेती, हरिओम रेखी, एसपी जुयाल, एमएल नौटियाल, हिमानी गुप्ता और ओपी मौर्य आदि बैंक कर्मी शामिल थे।