बादल फटने से देहरादून-सहारनपुर मार्ग बंद
देहरादून। भारी बारिश से देहरादून से सटे पहाड़ों मार्गों पर भूस्खलन हो रहा है। मसूरी-देहरादून मार्ग भट्टा गांव के पास बंद हो गया है। उधर, भारी बारिश के दौरान बादल फटने से देहरादून-सहारनपुर मार्ग पर डाट काली मंदिर से 3 किमी आगे सड़क ध्वस्त हो गई। इधर प्रदेश में बारिश के चलते सड़कें तालाब बन गई हैं। साथ ही कई मार्ग बंद पड़े हैं।
बुधवार को देहरादून में सुबह की शुरुआत जिस तेज बारिश के साथ हुई वह लगातार चार घंटों तक जारी रही। सुबह करीब सात बजे से शुरू हुई तेज बौछारें 12 बजे के बाद भी जारी रही। जिससे देहरादून सहित आसपास के इलाकों में इमरजेंसी जैसे हालात पैदा हो गए हैं। भारी बारिश के दौरान बादल फटने से देहरादून-सहारनपुर मार्ग पर डाट काली मंदिर से तीन किलोमीटर आगे सड़क ध्वस्त हो गई। साथ ही यहां मलबा आने से देहरादून-सहारनपुर मार्ग बंद हो गया, जिस कारण वाहनों की आवाजाही थम गई है। वाहनों को आशारोड़ी से आगे नहीं जाने दिया जा रहा है। पुलिस तथा प्रशासन की टीमों द्वारा मौके पर पहुंचकर मलबा हटाने का कार्य किया जा रहा है।
उधर, भारी बारिश से मसूरी-देहरादून मार्ग पर भट्टा गांव के पास बंद हो गया है। रपटे पर भारी मलबा आने से बस फंसी और लोडर फंस गया है। कई यात्री भी यहां फंसे हुए हैं। दुपहिया वाहन चालक मसूरी-देहरादून मार्ग पर जान जोखिम में डाल सफर करने को मजबूर हैं। पुलिस तथा प्रशासन की टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर मलबा हटाने का कार्य किया जा रहा है। देहरादून में भारी बारिश के चलते सड़कें तालाब बन गई हैं। कई सड़कों पर नदियां बहने जैसी स्थित है। कई सड़कें बंद हो गई हैं। कई इलाके में पानी में जलमग्न हो गए हैं। हरिद्वार रोड का ट्रैफिक रिंग रोड डायवर्ट करने से जाम लग गया। तरला नागल सहस्रधारा रोड पर पानी के तेज बहाव से आधी सड़क बह गई है।
देहरादून के रायपुर में एक बुजुर्ग के बहने की सूचना है। अजबपुर में रेलवे ट्रैक पर पानी भर गया है। इससे ट्रेन रुक-रुककर चल रही है। सुभाषनगर में जलभराव हो गया है। कई घरों में पानी घुसा हुआ हैं। घंटाघर में बीएसएनएल ऑफिस के पास भी पानी भरने से मुसीबत खड़ी हो गई है। राजपुर रोड, विधानसभा क्षेत्र में डांडीपुर नाला विकराल रूप में है। बारिश से देहरादून, डोईवाला, ऋषिकेश, हल्द्वानी, भीमताल में सड़कें जलगग्न हो गई। कई जगह सड़कों ने तालाब का रूप ले लिया। इससे लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा।
चमोली जिले में बदरीनाथ हाईवे बंद होने व खुलने का सिलसिला जारी है। लामबगड़ के पास सड़क पर मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे सुबह बंद हो गया था, जिसे खोल दिया गया। चमोली जिले के करीब 47 मोटर मार्ग बंद पड़े हैं।
रुद्रप्रयाग जनपद में मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर केदारनाथ यात्रियों को गौरीकुंड व सोनप्रयाग में रोका हुआ है। वहीं गौरीकुंड हाईवे फाटा व मुनकुटिया में मलबा आने से बंद हो गया। पूरे जिले में हल्की बारिश हो रही है।
ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे देवप्रयाग के पास मूल्यागांव, तोताघाटी और ब्यासी के समीप कौडियाला में भूस्खलन से बंद हो गया था। इस मार्ग से मलबे को हटा दिया गया है।
उत्तरकाशी में गंगोत्री हाईवे संगलाई के पास काफी देर तक बंद रहा। यमुनोत्री हाईवे स्याना चट्टी और ओरछा बैंड के भूस्खलन से बंद हो गया। उत्तरकाशी में पांच संपर्क मार्ग भी बंद होने की सूचना है।
टिहरी में ऋषिकेश गंगोत्री राजमार्ग पर खाड़ी से पहले बेमुंडा गदेरा उफान पर होने से यात्रियों को रास्ते पर ही रोका गया है। यहां पानी कम होने का इंतजार किया जा रहा है।
पौड़ी जिले में हाईवे के बंद होने व खुलने का सिलसिला जारी है। इसके साथ ही करीब 20 संपर्क व ग्रामीण मार्ग बंद पड़े हैं। अवरुद्ध मार्गों को खोलने के लिए लोनिवि कार्य कर रहा है।
बयूराखाम गांव में भूस्खलन, करंट से एक की मौत
हल्द्वानी में मूसलाधार बारिश से शहर में जगह जगह जलभराव हो गया है। हल्द्वानी में रकसिया नाला उफान पर आने से कई घरों में पानी घुस गया। इंद्रानगर में करंट लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। गौला नदी उफान पर आ गई है।
नैनीताल जिलेभर में बीते 24 घंटे में 150 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। काठगोदाम के ब्यूराखाम गांव में भूस्खलन होने से पांच घरों में मलबा घुस गया है। इससे लोगों में दहशत है। एसडीएम एबी वाजपेयी ने मौका मुआयना कर स्थिति का जायजा लिया है।
गौला नदी का जलस्तर 30 हजार क्यूसेक पहुंचने ने सिंचाई विभाग ने सभी गेट खोल दिए हैं। इसे शहरभर में पानी की सप्लाई ठप हो गई है। नंधौर में तटबंध टूट गया है। इंद्रानगर, जमरानी कालोनी, जागनाथ कालोनी, नैनीताल रोड और कालाढूंगी रोड से लगे कई इलाकों में जलभराव हुआ है। प्रशासन की टीम नुकसान और स्थिति पर नजर बनाएं हुए है।