देहरादून। आजाद हिन्द फौज के शहीद मेजर दुर्गामल्ल की पुण्यतिथि अवसर पर प्रदेश कांग्रेस गोरखा प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेसियों ने उनकी शहादत को याद किया।
मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि यह हमारे लिए गौरव का विषय है कि शहीद मेजर दुर्गामल्ल जैसे महान शहीद का जन्म उत्तराखंड में हुआ।दुर्गामल्ल का जन्म डोईवाला में 1913 में एक गोरखा परिवार में हुआ था। 14 वर्ष की अल्प आयु में ही महात्मा गांधी की डांडी यात्रा से प्रभावित होकर उनके भीतर देशभक्ति का जजबा उत्पन्न हुआ। 18 वर्ष की आयु में वे आजाद हिन्द फौज में शामिल हुए। प्रीतम सिंह ने कहा कि देश की आजादी में जो महत्वपूर्ण योगदान शहीद मेजर दुर्गा मल्ल का रहा है उसे देश सदैव याद करता रहेगा। शहीद मेजर दुर्गामल्ल की अदम्य साहस और बीरता को देखकर सुभाष चन्द्र बोस भी दंग रहे गये थे उनकी बीरता और साहस को देखकर नेताजी ने शहीद मेजर दुर्गामल को गुप्तचर विभाग का कप्तान बना दिया था। प्रीतम सिंह ने कहा कि शहीद दुर्गामल्ल ने अंग्रेजी हुकूमत के द्वारा माफीनामे के प्रस्ताव को अस्वीकार करते हुए फांसी के फंदे को चूमना बेहतर समझा, इसी बात से शहीद दुर्गामल्ल की देश भक्ति का अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्हें मात्र 32 वर्ष की अल्प आयु में ब्रिटिश शासकों द्वारा फांसी की सजा दी गई थी। कार्यक्रम में पूर्व विधायक राजकुमार, प्रदेश कांगेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी, गोरखा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अनिल बेत, डीबी क्षेत्री, पूर्व महानगर अध्यक्ष लाल चन्द शर्मा, दर्जा मंत्री विजय सारस्वत, संजय पालीवाल, कार्यक्रम समन्वयक राजेन्द्र शाह, पूर्व मंत्री अजयंिसह, महामंत्री राजेन्द्र भण्डारी, प्रवक्ता गरिमा महरा दसौनी, प्रदेश सचिव संजय किशोर, दीप बोहरा, गिरीश पुनेघ, भरत शर्मा, नवीन पयाल, क़े बी़ थापा, विनोद थापा, राजेन्द्र शर्मा, राजीव थापा, सीमा क्षेत्री, मनोज थापा, गोपाल क्षेत्री, दीपक गुरूंग, मधु थापा, नन्दा थापा आदि उपस्थित थे।