देहरादून। अतिथि शिक्षकों ने रविवार को देहरादून में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे का सम्मान किया। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने वायदा करते हुंए कहा कि आप बच्चों का तथा वह (शिक्षा मंत्री) आपके (अतिथि शिक्षकों का) भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होगा।
अतिथि शिक्षकों ने रविवार को देहरादून में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे का सम्मान किया। हाईकोर्ट से 31 मार्च 2018 तक उन्हें दोबारा नौकरी पर रखने के फैसले के बाद अतिथि शिक्षकों ने खुशी जताई। उन्होंने सरकार के प्रयासों को इसका श्रेय दिया। इस अवसर पर
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि अगर अतिथि शिक्षक बच्चों का भविष्य ईमानदारीपूर्वक संवारते हैं, तो वह भी उनसे वादा करते हैं कि उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यहां से वे सभी एक शिक्षक के रूप में अपने-अपने स्कूलों में जाएं। किसी पार्टी के नेता के रूप में नहीं।
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने अतिथि शिक्षकों से जिम्मेदारी पूर्वक शिक्षण कार्य करने की अपील की। मंत्री ने कहा मेरे लिए खुशी का पल है। कहा, आपके प्रति सहानुभूति है। पर यदि कर्तव्य विमुख हुए तो सबसे कठोर भी रहूंगा। सम्मेलन में पूर्व सांसद बलराज पासी ने भी अतिथि शिक्षकों को दोबारा नियुक्ति मिलने पर बधाई दी। इस दौरान अतिथि शिक्षक संगठन के अध्यक्ष विवेक यादव ने कहा कि करीब 51 सौ अतिथि शिक्षक अपनी मांगों को लेकर आंदोलित थे।
संगठन के अध्यक्ष विवेक यादव ने कहा कि अभी करीब साढ़े चार हजार एलटी वर्ग के अतिथि शिक्षकों के संदर्भ में फैसला आया है। उन्हें सरकार से उम्मीद है की जल्द प्रवक्ता वर्ग के अतिथि शिक्षकों को भी स्कूलों में तैनाती मिल सकेगी। सम्मान समारोह में प्रदेशभर से करीब साढ़े तीन हजार अतिथि शिक्षकों ने हिस्सा लिया। इस मौके पर ललित डंगवाल, दौलत जगुड़ी, हरीश आर्य आदि मौजूद रहे।