रूद्रप्रयाग/देहरादून। बाबा के जयकारो के बीच केदारनाथ धाम के कपाट रविवार को श्रद्धालुओ के लिए खोल दिये गये। केदारनाथ धाम के कपाट तय समय पर विधि-विधान के साथ 6 बजकर 15 मिनट पर खुले। अब आगामी छह माह तक यहीं भोले बाबा की पूजा होगी। इस शुभ घड़ी का गवाह बनने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु धाम पहुंचे। वहीं, बदरीनाथ धाम के कपाट 30 अप्रैल को खोले जाने हैं।
रविवार तड़के चार बजे मंदिर के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हुई। सबसे पहले बाबा केदार की चल विग्रह उत्सव डोली को मंदिर में प्रवेश कराया गया। इसके बाद रावल और पुजारियों ने मंदिर भीतर गए और धार्मिक अनुष्ठान शुरू किया। गर्भगृह में विधिवत पूजा-अर्चना शुरू हुई। रुद्राभिषेक, जलाभिषेक समेत सभी धार्मिक अनुष्ठान विविधत संपन्न कराने के बाद ठीक सवा छह बजे मंदिर के कपाट खोल दिए गए। कपाटोद्घाटन के समय बाएं पट से उत्तराखंड के राज्यपाल केके पॉल और विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने सबसे पहले दर्शन किए। इसके बाद आम श्रद्धालुओं के लिए कपाट खुल गए।
तड़के से ही केदारनाथ धाम में बम-बम भोले और बाबा केदार के जयकारे गूंज रहे हैं। रुद्रप्रयाग के मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि केदारनाथ मंदिर पूरी तरह से श्रद्धालुओं के लिए तैयार है। केदारनाथ में ठहरने और सुरक्षा के मद्देनजर पुख्ता इंतजाम हैं। श्रद्धालु बेफिक्र यात्रा होकर भगवान केदारनाथ के दर्शन करने आएं। बदरी-केदार मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह ने बताया कि 25 अप्रैल तक केदारनाथ के लिए एक लाख 10 हजार यात्री ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। उन्होंने बताया कि कपाट खुलने के दिन केदारनाथ धाम में पांच हजार से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे हैं।