देहरादून/हरिद्वार। गुरूवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने धर्म नगरी हरिद्वार में संतो का आशीर्वाद लिया। सबसे पहले मुख्यमंत्री ने श्रीसत् पंच परमेश्वर पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन राजघाट कनखल में महन्त संतोषमुनी जी की श्रद्धांजली सभा में प्रतिभाग करते हुए उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किये। श्री रावत ने कहा कि संत गण हमारी संस्कृति के संवाहक हैं। भारतीय संस्कृति सभी संस्कृतियों में श्रेष्ठ है। इसी लिए भारतीय धर्म एवं संस्कृति सनातन संस्कृति के रूप में दुनिया में प्रचलित है। श्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार राज्य के चहंुमुखी विकास के लिये निरन्तर प्रयासरत है। उत्तराखण्ड का प्रत्येक क्षेत्र में तेजी से विकास हो इसके लिए संतों का आशीर्वाद भी आवश्यक है। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने जूना अखाड़ा के आचार्य महामण्डलेश्वर अवधेशानन्द गिरी महाराज से आशीर्वाद लिया। इसके उपरान्त उहोंने जगतगुरू आश्रम में शंकराचार्य राजराजेश्वराश्रम महाराज से भेंट की एवं उनसे आशीर्वाद लिया। तत्पश्चात मुख्यमंत्री श्री रावत ने भारत माता मन्दिर के संस्थापक स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरी जी महाराज से भारत माता मन्दिर में आशीर्वाद लिया एवं पूजा अर्चना की। उसके उपरान्त मुख्यमंत्री ने शांतिकुंज में शांतिकुंज के अधिष्ठाता डाॅ प्रणव पाण्ड्या एवं शैल दीदी से भेंट कर उनसे आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री ने शांतिकुंज में सजल श्रद्धा और प्रखर प्रज्ञा समाधि स्थल पर पुष्पांजली अर्पित की। केबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने संतो का आशीर्वाद लेते हुए कहा कि संतो के आशीर्वाद से राज्य सरकार को नई दिशा मिलेगी। उन्होंने कहा कि हरिद्वार नगर को प्रदूषण मुक्त करना, सीवर ट्रीटमेंट प्लान एवं यातायात की सुचारू व्यवस्था शीर्ष प्राथमिकता रहेगी। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चन्द्र अग्रवाल, विधायक आदेश चैहान, स्वामी यतीश्वरानन्द, सुरेश राठौर, संजय गुप्ता, मेयर मनोज गर्ग, भाजपा के जिलाध्यक्ष जयपाल सिंह, ब्रहम्स्वरूप ब्रहमचारी, सतपाल ब्रहमचारी, महामण्डलेश्वर भगवत स्वरूप, विवेकानन्द, महन्त रघुमुनि, महन्त निर्मलदास, महन्त मोहनदास कोठारी, चिन्मय पाण्ड्या, ओमप्रकाश जमदग्नी, डाॅ विष्णुदत्त राकेश, जिलाधिकारी एस.ए. मुरूगेशन, एस.एस.पी. कृष्ण कुमार वी.के आदि उपस्थित थे।