देहरादून। अपनी लंबित मांगों के लिए रा. शिक्षक संघ फिलहाल सरकार को लेकर फिलहाल शांत रहेगा। छह महीने तक सरकार का रुख देखने के बाद ही संघ इस पर विचार करेगा कि सरकार की ओर से उनकी मांगों पर क्या रिस्पांस मिल रहा है। उन्होंने आठ किलोमीटर के दायरे में रहने के फरमान को पूरी तरह अव्यावहारिक करार दिया। संघ के प्रांतीय महामंत्री डा. सोहन सिंह माजिला ने बताया कि ड्रेस कोड को लेकर शिक्षकों में बहुत अधिक विरोध तो नहीं है, लेकिन शिक्षकों की अन्य मांगों पर ठोस कदम नहीं उठाये जाने की वजह से इस पर नाराजगी सामने आयी है। माजिला ने बताया कि शिक्षकों में सबसे ज्यादा नाराजगी आठ किलोमीटर के दायरे में रहने के आदेश को लेकर है। उन्होंने बताया कि आठ किलोमीटर के दायरे में रहने का फैसला उस दौर का है जब सड़कों व यातायात के साधनों का भारी अभाव था। आज समय बदल गया है। देहरादून में रहने वाला शिक्षक भी देहरादून के तैनाती स्थल तक जाने के लिए सामान्य तौर पर 15 से 20 किलोमीटर का सफर करता है। पर्वतीय क्षेत्रों में भी यही स्थिति है। कस्बे व गांव सड़कों से जुड़े हैं, आवागमन भी आसान हो गया है। इसलिए आठ किलोमीटर की बाध्यता बहुत ही अटपटा फैसला है। उनका कहना है कि अधिकारी भी अपने घर से कार्यालय तक आठ किलोमीटर से अधिक सफर करके पहुंचते हैं, ऐसे में इस फैसले पर सरकार को फिर से सोचना होगा। उन्होंने कहा है कि सरकार शिक्षकों की अन्य मांगों पर क्या रुख अपनाती है, यह छह महीने के बाद देखा जाएगा।