देहरादून। सर्व शिक्षा में कार्यरत शिक्षकों को चार महीने से वेतन ही नहीं मिला है। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र वेतन भुगतान नहीं किया गया तो संघ आंदोलन करने को बाध्य होगा। संघ ने सरकार द्वारा जारी ड्रेस कोड को नामूंजर करने का भी ऐलान किया।
संघ की चंदरनगर में आयोजित एक बैठक में संघ नेताओं ने वेतन के मामले में ढ़िलाई पर कड़ी नाराजगी जतायी। शिक्षकों ने जिला शिक्षाधिकारी कार्यालय में धरने की चेतावनी देते हुए कहा कि चार-चार माह से वेतन न मिलने पर शिक्षको की स्थिति को समझा जा सकता है। वक्ताओं ने कहा कि पिछले वर्ष का बोनस भी अभी तक नहीं मिल पाया है। संघ ने चयन प्रोन्नत वेतनमान की सूची अविलंब जारी करने की मांग भी की। बैठक में मौजूद शिक्षकों ने दो टूक शब्दो में कहा कि जब तक शिक्षकों की समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता, ड्रेस कोड का आदेश नहीं माना जाएगा। प्रांतीय संयुक्त मंत्री सतीश घिल्डियाल ने एक जनवरी 2006 के बाद जूनियर सहायकों के पदों पर प्रोन्नत हुए शिक्षकों को 17140 रुपया लाभ यथावत रखे जाने की मांग की। ब्लाक मंत्री कुशलमणि ने आठ किमी की परिधि में रहने के आदेश को तुगलकी फरमान बताते हुए कहा कि यह नियम पूर्व में जारी शासनादेश के अनुरूप नहीं है। संघ ने स्थानान्तरण के लिए 15 वर्ष की दुर्गम सेवाओं की बजाय 15 अंक को मानक बनाने की मांग करते हुए कहा कि आवेदन आफलाइन भी स्वीकार किये जाएं। बैठक में उदयपाल नेगी, शीशपाल सिंह, अजय राणा, संजय चौहान, योगम्बर बौठियाल, हरेन्द्र बिष्ट, विजय बहादुर सहित कई अन्य शिक्षक भी मौजदू थे।