हरिद्वार/देहरादून। आप भले विश्वास न करे, लेकिन यह सच है। विभागीय गलती के चलते एक अविवाहित बुजुर्ग को 65 साल बाद दो बच्चों का बाप होने का पता चला है। फिलहाल यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।
मामला जनपद हरिद्वार के ब्लाक रूड़की के गांव शांतरशाह का है, जहां एक अविवाहित बुजुर्ग को 65 वर्ष की आयु में हल्का लेखपाल ने सरकारी दस्तावेज में दो बच्चों का पिता बना दिया। ग्राम प्रधान बेबी सैनी के अनुसार शान्तरशाह गांव निवासी बीजा सिंह पुत्र मुला सिंह की आज तक शादी ही नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि बीजा के साथ ही गांव के 40 से अधिक बुजुर्ग लोगों की पेंशन लगाने के लिए खुली बैठक में फार्म जमा करने के साथ ही प्रस्ताव पारित किए गए थे। सभी प्रस्ताव समाज कल्याण विभाग में जमा करा दिये गए थे। समाज कल्याण विभाग ने हल्का लेखपाल से इस सम्बन्ध में आय एवं परिवार की एक रिपोर्ट मांगी थी।
ग्राम प्रधान बेबी सैनी का कहना है कि हल्का लेखपाल ने बिना किसी जांच पड़ताल के कागजों में अविवाहित व्यक्ति को दो बालिग बच्चों का पिता बना दिया। जबकि परिवार रजिस्ट्री में भी एक ही नाम अंकित है। हल्का लेखपाल की इस गलती से संबंधित व्यक्ति को कई माह से समाज कल्याण विभाग के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। जबकि बीजा ने अविवाहित होने का शपथ पत्र भी जमा कराया हुआ है। लेखपाल की गलती से बीजा की पेंशन नहीं लग पा रही है। फिलहाल यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।