अंकिता भंडारी हत्याकांड: महिला कांग्रेस ने फूंका भाजपा सरकार का पुतला

देहरादून, गढ़वाल का विकास डॉट कॉम। उत्तराखंड के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में भाजपा विधायक सुरेश राठौर की पत्नी उर्मिला सनावर द्वारा हत्याकांड में शामिल वीआईपी का नाम दुष्यन्त गौतम उर्फ गट्टू के रूप में उजागर किये जाने एवं भाजपा की पूर्व जिला पंचायत सदस्य आरती गौड द्वारा हत्याकांड में उपयोग किये गये वनन्तरा रिसार्ट पर स्थानीय विधायक रेणु बिष्ट के इशारे पर बुल्डोजर की कार्रवाई किये जाने के खुलासे के बाद आज प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में महिला कांग्रेस पदाधिकारियों ने भाजपा सरकार का पुुतला दहन किया।

ज्योति रौतेला ने कहा कि भाजपा विधायक सुरेश राठौर की पत्नी उर्मिला सनावर द्वारा हत्याकांड में शामिल वीआईपी का नाम दुष्यन्त गौतम के रूप में उजागर किये जाने एवं भाजपा की पूर्व जिला पंचायत सदस्य आरती गौड द्वारा हत्याकांड में प्रयोग किये गये वनन्तरा रिसार्ट पर स्थानीय विधायक रेणु बिष्ट के इशारे पर बुल्डोजर की कार्रवाई किये जाने के खुलासे ने साबित कर दिया है कि अंकिता भंडारी हत्याकांड में भाजपा के राज्य नेतृत्व के साथ-साथ शीर्ष नेतृत्व भी शामिल है तथा राज्य में भाजपा के पदाधिकारी और नेता सभी जनहित के कार्य करने की बजाय दुष्कर्मों में लिप्त है।

ज्योति रौतेला ने कहा कि अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड में वीआईपी के नाम का खुलासा करने में जहां राज्य की पुलिस नाकाम रही तथा पुलिस द्वारा मामले को उलझाने के लिए कमरे का नाम वीआईपी बताया जा रहा था अब पूर्व विधायक सुरेश राठौर की पत्नी उर्मिला सनावर और भाजपा की पूर्व जिला पंचायत सदस्य आरती गौड के बयानों ने साबित कर दिया है कि राज्य की पुलिस द्वारा अपराध और अपराधियों को खुला संरक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस महानिदेशक को प्रदेश की जनता को बताना चाहिए था कि अंकिता भण्डारी द्वारा अपने वाट्सअप चैट में गेस्ट हाउस में आने वाले वीआईपी को अतिरिक्त सुविधायें देने की बात कही गई थी या वीआईपी कमरे की बात की गई थी। पुलिस को यह भी साबित करना चाहिए कि भाजपा विधायक की पत्नी द्वारा बताये गये गट्टू नामक भाजपा नेता के पीछे का चेहरा कौन है?

प्रदेश महिला अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने कहा कि राज्य के सबसे जघन्य अंकिता भंडारी हत्याकांड मे सरकार और पुलिस के संरक्षण में भाजपा नेता के रिसोर्ट पर स्थानीय विधायक रेणु बिष्ट द्वारा आनन-फानन में बुलडोजर चलवाकर सारे साक्ष्य मिटा दिए गए। पुलिस के ट्विटर हैडल से स्वीकारोक्ति को क्यों डिलीट कर दिया गया? वर्तमान पुलिस महानिदेशक को यह भी बताना चाहिए कि तत्कालीन पुलिस महानिदेशक एवं अंकिता भण्डारी के पिता के बीच दूरभाष पर हुई बातचीत को सोशल मीडिया में जानबूझ कर क्यों वायरल किया गया?

उन्होंने कहा कि पुलिस महानिदेशक जैसे पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा जानबूझ कर बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल कर निजता के अधिकार का भी उलंघन किया गया। पुलिस महानिदेशक को पहले इन सवालों के जवाब देने चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य की पुलिस ने भाजपा सरकार के दबाव में जितनी तत्परता रिसोर्ट परा बुल्डोजर चलाने में दिखाई उतनी तत्परता दोषियों को पकड़ने में दिखाई होती तो पीडिता के ताता पिता को न्याय के लिए धूप-सर्दी में दर-दर भटकना नहीं पडता।

ज्योति रौतेला ने कहा कि विधायक की पत्नी द्वारा जिस प्रकार भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रदेश प्रभारी दुष्यन्त गौतम उर्फ गट्टू के रूप में अंकिता भंडारी हत्याकांड में वीवीआईपी का नाम उजागर किया है उससे इस हत्याकांड में एक नहीं सैकड़ों सवाल हैं जिनके जवाब भाजपा सरकार के मुखिया पुष्कर सिंह धामी और पुलिस महानिदेशक की ओर से अनुत्तरित हैं। पुलिस महानिदेशक को भाजपा के प्रवक्ता के रूप में तथा पुष्कर सिंह धामी को बलात्कारियों के संरक्षक के नहीं जनता के सेवक और संरक्षक के रूप में जवाब देने चाहिए।

पुतला दहन करने वालों में प्रदेश महिला उपाध्यक्ष आशा मनोरमा शर्मा, महानगर अध्यक्ष उर्मिला ढौंडियाल थापा, महामंत्री पुष्पा पंवार, निधि नेगी, सुशीला शर्मा, देवेन्द्र कौर, दीपा चौहान, अनुराधा तिवाडी, भावना, नीरू सिंह, जिला उपाध्यक्ष पूनम सिंह, अनिता सकलानी, रूचि रौतेला, पिंकी गुसांई, अनीता, जस्सी, संतोष आदि महिला कांग्रेस पदाधिकारी शामिल थे।

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