देहरादून, गढ़वाल का विकास डॉट कॉम। भाजपा ने सैम त्रिपोदा के बयान को कांग्रेस की रंगभेदी, नस्लभेदी और देश तोड़ने की साजिश बताया है । प्रदेश प्रवक्ता श्री सुरेश जोशी ने आरोप लगाया कि विदेश मूल के नेतृत्व वाली पार्टी अब 140 करोड़ भारतवासियों का विदेशी मूल बताकर अपमान करने का काम कर रही है।
पार्टी मुख्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेसी गांधी परिवार में खानदानी सलाहकार और ओवरसीज कांग्रेस अध्यक्ष सेम पित्रोदा के बयान को देशविरोधी बताते हुए कड़ी निंदा की है। भारत की विविधता और अखंडता को लेकर दिए इस ताजा बयान को उन्होंने रंगभेदी, नस्लवादी एवं देश को तोड़ने वाला है। साथ ही आरोप लगाया कि विदेशी मूल के नेतृत्व वाली कांग्रेस जबरदस्ती 140 करोड़ भारतीयों का भी विदेशी मूल ढूंढने की साजिश में जुटी है। कांग्रेस ने कभी भारत को एक देश के रूप में नही स्वीकारा है, वो तो लौह पुरुष सरदार पटेल की राष्ट्रवादी कोशिश का परिणाम था कि सभी राज्य एक झंडे के नीचे आए । नेहरू जी को तो एक ही राज्य कश्मीर को जोड़ने की जिम्मेदारी सौंपी गई, उसे भी उन्होंने धारा 370 लगाकर लंबे समय तक देश से काटने का काम किया ।
उन्होंने कहा, कांग्रेस ने राजनैतिक महत्वकांक्षा को तरजीह देते हुए देश के विभाजन पर हस्ताक्षर किए थे, pok को अलग किया, देश का बड़ा भूभाग चीन को सौंपा, श्रीलंका को द्वीप दे दिया। आज भी कांग्रेसी थिंक टैंक का यह बयान स्पष्ट इशारा है कि देश को विभाजित कर विदेशी शक्तियों के हाथों में सौंपना है। ज्यों-ज्यों लोकसभा चुनाव आगे बढ़ता जा रहा है, कांग्रेस के चेहरे से एक के बाद एक नकाब उतरते जा रहे हैं। ये बात किसी पार्टी या राजनीति भर की नहीं है, बल्कि ये विदेशी मानसिकता बनाम स्वदेशी सोच की लड़ाई है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, राहुल गांधी जिस एक्स-रे करने की बात करते हैं वो सैम पित्रोदा के बयान से साफ हो गया है । वे देशवासियों को पूर्व पश्चिम उत्तर दक्षिण में बांटों, रंग और शक्लोसूरत के आधार कर रंगभेद एवं नस्लवाद की आग में देशवासियों को झोकना चाहते हैं ।
श्री जोशी ने सलाह देते हुए कहा कि एक्सरे से देश की तस्वीर देखने के बजाय कांग्रेस को अपने दिमाग पर चढ़े विदेशी चश्में को हटाना चाहिए ताकि उन्हें भारत की एकता में एकरूपता का अहसास हो। उन्होंने जोर देते हुए कहा, हमारा देश विविधताओं से भरा हुआ है। हम अलग-अलग दिखते हैं लेकिन हम 140 लोगों की रगों में एक ही खून दौड़ता है वो है भारत का। इसलिए यह बयान देश की विविधता का अपमान है। लिहाजा बयान से किनारा करने या इस्तीफा लेने से कुछ नही होने वाला, तत्काल कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष को अपनी पार्टी की इस सोच के लिए सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।