देहरादून 09 अगस्त, गढ़वाल का विकास डॉट कॉम। भारत छोड़ो आंदोलन की 81 वीं बरसी पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं नें महानगर अध्यक्ष डॉ जसविन्दर सिंह गोगी के नेतृत्व में गाँधी पार्क स्थित गाँधीजी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया तथा गाँधीजी तथा अन्य आंदोलनकारियों को याद किया। गोगी ने कहा कि 08 अगस्त को मुम्बई में कांग्रेस कार्यसमिति द्वारा गाँधी जी के नेतृत्व में आजादी के संघर्ष का सबसे बड़ा और व्यापक आंदोलन छेड़ने का आह्वान किया गया। इसके बाद 09 अगस्त को पूरे देश में अंग्रेजों भारत छोड़ो के स्वर गूंजने लगे। गाँधीजी ने इस आन्दोलन के लिए ही लोगों को करो या मरो का नारा दिया। माल्यार्पण के दौरान उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि दरअसल भारतवासी क्रिप्स मिशन की निरर्थकता से बहुत निराश थे ऊपर से भारतीयों को उनकी इच्छा के खिलाफ द्वितीय विश्वयुद्ध में शामिल कर लिया गया। युद्ध के कारण आर्थिक संकट और अव्यवस्था की भी स्थिति पैदा हो गयी थी। पहले 1939 में ब्रिटिश हुकूमत को व्यक्तिगत सत्याग्रह के द्वारा चेताया गया परंतु जब ब्रिटिश सरकार ने हठधर्मिता दिखाई तो भारत छोड़ो के रूप में निर्णायक आंदोलन प्रारम्भ किया गया।
इस आन्दोलन को में छात्र, कर्मचारी, महिला, मजदूर आदि सभी वर्गों का इतना समर्थन मिला कि इसके बाद अंग्रेजों के पैर भारत से उखड़ गए और ब्रिटिश सरकार ने भारत से जाने का मन बना लिया। क्योंकि बड़े राष्ट्रीय नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था इसलिये राष्ट्रीय आन्दोलन में अरुणा आसफ अली, लोहिया, लाल बहादुर शास्त्री के रूप में नवीन और युवा नेतृत्व का भी विकास हुआ। इस अवसर पर सुनील जायसवाल ,आनंद त्यागी , नवीन जोशी ने अभिषेक तिवारी ,राजेश पुंडीर ,प्रमोद मुंशी ,हरजीत सिंह ,अरुण रतूड़ी ,प्रमोद गुप्ता ,उदय सिंह रावत ,विजय भट्टराई ,लकी राणा ,सुभाष धीमान ,शकील मंसूरी ,सचिन थापा ,अल्ताफ अहमद ,रिपु दमन ,पूनम कंडारी ,निहाल ,शहीद अहमद ,आदर्श शुद्ध ,वीरेंद्र पवार ,भूपेंद्र नेगी ,राहुल तलवार ,सुनील कुमार ,रामबाबू ,सूरज छेत्री ,मानसिंह गर्ग ,मुकेश रेगमी ,चुन्नीलाल ,सैयद अली ,मोहम्मद इकरार ,मदनलाल आदि उपस्थित थे।