चारधाम यात्रा व्यवस्थाएं संभालने में सरकार के इंतजाम लचर

– सरकार का ना सुविधाओं पर ध्यान ना यात्रियों की सुरक्षा में,

– केवल एक माह में ही सौ यात्री गंवा चुके अपनी जान : सूर्यकांत धस्माना

देहरादून, गढ़वाल का विकास डॉट कॉम। सरकार के लाख दावों के बाद भी उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा में अव्यवस्थाओं का आज भी बोलबाला है और पंजीकरण से ले कर पेयजल खाने पीने , ठहरने व स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्थाएं सरकार यात्रा शुरू होने के एक महीने बाद भी पटरी पर नहीं ला पाई है यह बात आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने अपने कैंप कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि चार धाम यात्रा को शुरू हुए आज एक माह पूरा हो रहा है और अव्यवस्थाओं का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक माह में जान गंवाने वालों की संख्या एक सैकड़ा पहुंच गई है। श्री धस्माना ने कहा कि राज्य सरकार के पर्यटन विभाग का सबसे बड़ा काम रोजाना चार धाम यात्रा में आने वालों की संख्या का बुलेटिन जारी कर नए रिकॉर्ड कायम करना मात्र रह गया है और इसके अलावा यात्रियों की सुविधाओं , स्वास्थ्य सेवाओं, पेयजल, भोजन,आवास व अन्य परेशानियों पर कोई तवज्जो नहीं दिया जा रहा।

श्री धस्माना ने कहा कि चार धाम यात्रा रूट पर तथाकथित आल वैदर रोड में भूस्खलन वाले डेंजर जॉन घटने की बजाय रोजाना बढ़ रहे है जीवात्मान में डेढ़ सौ से ज्यादा हो चुके हैं व लगातार चट्टान गिरने व खिसकने , बोल्डरों के गिरने से यात्रियों व स्थानीय नागरिकों की मौत हो रही है लेकिन सरकार इस ओर बेपरवाह बनी है जो अत्यंत दुख का विषय है। श्री धस्माना ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी को चार धाम यात्रा में अव्यवस्थाओं के लिए पर्यटन विभाग व आपदा प्रबंधन विभाग की जवाब देही तय करनी चाहिए।

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