– प्रियंका को न उत्तराखंड और न उत्तराखण्डवासियों की समझ
देहरादून, गढ़वाल का विकास डॉट कॉम। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय महामंत्री प्रियंका गाँधी की उत्तराखंड मे आयोजित रैली काग्रेस कार्यकर्ताओ के लिए हताशा और निराशा भरी रही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की गारंटी जनता पहले ही जब्त कर चुकी है और उस पर आगे भी भरोसा नही करने वाली है।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि कांग्रेस नेत्री राज्य के उन मुद्दों पर बोली जिन पर जनता ने उन्हे नकार दिया है। उन्होंने कहा कि महिला सरंक्षण और सम्मान की दुहाई देने वाली कांग्रेस नेत्री हर बार महिला अपमान पर खामोश रही और ऐसा कई मौकों पर देखा गया। महिला आरक्षण हो या तीन तलाक़ सभी मामलों मे वह चुप्पी साधकर बैठ गयी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेत्री को न उतराखंड न यहाँ के मुद्दों की समझ है। उत्तराखंड सैन्य बहुल और राष्ट्रीय विचारधारा के साथ आगे बढ़ने वाला प्रदेश है। यहाँ के युवक राष्ट्र सेवा मे निस्वार्थ सेवा भाव से जाते रहे हैं। सेना की परवाह आज तक भाजपा सरकारों मे हुई और वन रैंक वन पेंशन से लेकर अधुनिकीकरण तक भाजपा मोदी सरकार की देन है। राज्य के युवा कांग्रेस के इस दुष्प्रचार मे नही आने वाले हैं, क्योकि वह जानते है कि भाजपा ही वह दल है जिसके लिए देश प्रथम है। देश की सीमाएं सुरक्षित हैं।
भट्ट ने कहा कि कांग्रेस नेत्री ने जो न्याय पत्र का वाचन किया उस अन्याय को कांग्रेस सरकारों ने किया है। परेशान और आत्म हत्त्या कर रहे किसान, गरीबी हटाने के नाम पर ढोंग, नियुक्ति प्रकिया मे और न्याय के लिए परेशान नारी की पीड़ा को कांग्रेस ने कभी नही समझा और आज उसी का हश्र भुगत रही है।
उन्होंने कहा कि उतराखंड मे श्रद्धा और धर्म का प्रवचन करने वाली नेत्री तब भी खामोश रही जब उनकी पार्टी राम के अस्तित्व पर सवाल खड़ी कर रही थी और देश के करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाओं पर आघात किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि रोजगार हो या अन्य क्षेत्रों मे आगे बढ़ने के लिए विकल्प देश मे लोगों को मोदी की गारंटी पर ही भरोसा है। कांग्रेस की गारंटी जनता ने पहले ही जब्त कर दी और अब भी जनता उसके छलावे मे नही आयेगी। जनता आधुनिक भारत के निर्माण मे लगे सच्चे विकास के सेवक नरेंद्र मोदी को तीसरा कार्यकाल देने वाली है।
भट्ट ने कहा, बेहतर होता बहन प्रियंका एक लड़की होने के नाते अपनी ही पार्टी में महिलाओं के साथ लगातार हो रहे अन्याय के खिलाफ लड़ती। जिस महिला नेत्री ने दूसरी महिला की अस्मिता का मोल भाव लगाने का पाप किया उसकी सार्वजनिक आलोचना करती, आदिशक्ति को समाप्त करने की कसम खाने वाले अपने भाई राहुल को थोड़ा ज्ञान देने का साहस करती । लेकिन उनकी खामोशी इस बात का इशारा है कि वे सिर्फ अपने लिए ही लड़ सकती हैं मातृशक्ति और जनता के लिए नहीं। उन्होंने जोर देते हुए कहा, प्रियंका शायद यह नहीं जानती कि देवभूमि के कण कण में आदिशक्ति का वास है और उत्तराखंड के वजूद में मातृशक्ति का विश्वास है। लिहाजा उनके लिए रटा रटाया, घिसा पिटा भाषण बोलकर चले जाना आसान होगा लेकिन शक्ति उपासक देवभूमि की जनता के लिए इन अपमानों को भूलना नहीं। लिहाजा देवभूमि की आधी आबादी का पूरा वोट, अपना अपमान करने वाली कांग्रेस के खिलाफ पड़ना तय है।
उन्होंने कटाक्ष किया कि जिस न्याय पत्र को वह जनता को सुना कर गई, उसके सभी पांच बिंदुओं में अन्याय करने का लंबा इतिहास कांग्रेस पार्टी और उसकी सरकारों का रहा है। वह नारी न्याय की बात करती हैं तो मातृशक्ति के अपमान, उत्पीड़न, शोषण और दशकों तक आरक्षण के अधिकार से वंचित रखने का अन्याय कांग्रेस पार्टी ने किया है। वे युवा न्याय की बात करते हैं लेकिन अपनी सरकार के दौरान नियुक्ति प्रक्रिया में भ्रष्टाचार एवं नकल माफिया को पनपाने का काम किया गया। वह किसान न्याय की बात करते हैं तो देश ने उनकी सरकारों का वह दौर भी देखा है जब यूरिया जैसी सामान्य जरूरत के लिए भी किसानों को गोलियां तक खानी पड़ी, लाखों किसानों ने कर्ज के बोझ में दबकर आत्महत्या कर ली। यह भागीदारी न्याय की बात करते हैं उनका इतिहास पिछड़े एवं आदिवासी समाज के साथ अत्याचारों से दागदार है, इन्होंने अपने एससी समाज से आए राष्ट्रीय अध्यक्ष तक को नहीं बख्शा। गरीबी हटाओ के नाम पर राजनीति करने वाले आज श्रमिक न्याय का ढोल पीट रहे हैं। मात्र कंप्यूटर और कैलकुलेटर के आधार पर बनाई गई जिन अतर्किक योजनाओं की वह बात कर रहे हैं उसको धरातल पर उतरना संभव नही है। इस सच्चाई वह अच्छी तरह से वाकिफ हैं और कांग्रेस के सत्ता में नहीं आने की सच्चाई से भी।
भट्ट ने कहा, पीएम मोदी के लिए गरीब, महिला, किसान और युवा पांच ही जातियां हैं जिनके कल्याण के लिए सरकार की सभी योजनाएं समर्पित हैं। जनता दोनों पार्टियों का अंतर समझती है, भाजपा ने घोषाणों को हकीकत में बदल कर दिखाया है और कांग्रेस हवा हवाई घोषणाएं कर रही है