देहरादून,(गढ़वाल का विकास न्यूज)। धर्मनगरी हरिद्वार में आज से कुंभ मेला–2021 का विधिवत शुभारंभ हो गया है। सनातन धर्म में कुंभ मेले का खास महत्व है। ‘धर्म के प्रति आस्था और विश्वास’ इस धार्मिक सम्मेलन के मूल में है। भारत देश के प्रमुख चार पवित्र स्थानों प्रयागराज, नासिक, हरिद्वार और उज्जैन में कुंभ मेले का आयोजन एक निश्चित समयान्तराल के बाद किया जाता है। कुंभ मेले में स्नान करने के लिये दुनियाभर से बड़ी तादाद में श्रद्धालु आते हैं। आदि शंकराचार्य जी का मानना था कि समुद्र मंथन के समय जो अमृत प्राप्त हुआ था उस अमृत की एक बूंद इन्हीं चार तीर्थों पर गिरी थी, जिससे यहां बहने वाली नदियां पवित्र हो गई थीं। मान्यता है कि कुंभ मेले में जो व्यक्ति स्नान करता है उसके सभी दुःख-दर्द दूर हो जाते हैं। यही ‘आस्था’ विश्व की किसी भी धर्मसभा की तुलना में सर्वाधिक श्रद्धालुओं को कुंभ मेले की ओर आकर्षित करती है। आइए! हम भी इस धार्मिक सम्मेलन का हिस्सा बनें।