देहरादून। जिलाधिकारी एस.ए मुरूगेसन ने एम.के.पी डिग्री कालेज के सभागार में विद्यालय स्तर पर शिक्षण अधिगम प्रक्रिया के साथ-2 उचित शैक्षणिक नेतृत्व प्रदान करने तथा विद्यालयों में समस्त संस्थागत व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के सम्बन्ध में विकासखण्ड विकासनगर, कालसी तथा चकराता के प्रधानाचार्य की कार्यशाला में प्रतिभाग करते हुए शिक्षा की गुणवत्ता बढाने के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने कार्यशाला में उपस्थित प्रधानाचार्यों को विगत परीक्षाफल का विश्लेषण करते हुए कमजोर छात्र/छात्राओं का चिन्हीकरण कर उनके लिए रमेडियल कक्षाएं विशेष सहायता द्वारा शत्-प्रतिशत् परीक्षा परिणाम प्राप्ति के निर्देश दिये, इसके साथ ही इजिनिंयरिंग, मेडिकल एवं अन्य प्रतियोगी परिक्षाओंहेतु प्रतिभावान छात्र/छात्राओं का चयन करते हुए उन्हे विशेष सहायता एवं मार्ग दर्शन दिया जाये।। उन्होने कहा कि विद्यालय के प्रधानाचार्य जनप्रतिनिधियों एवं छात्र/छात्राओं के अभिभावकों को मुख्य कार्यक्रम हेतु आमंत्रित किया जाये तथा उनसे विद्यालय के विकास तथा शैक्षिक गुणवत्ता के लिए सभी आवश्यक सहयोग प्राप्त करने का प्रयास किया जाये। उन्होने विद्यालयों में पुस्तकालय, प्रयोगशाला, कम्प्यूटर कक्ष, खेल अवस्थापना, शौचालय, विद्युत, प्रयोगशाला बच्चों को बैठने की व्यवस्था आदि सुविधाओं को देखकर आगे जिसमें कुछ कमी रह गयी हो उसे पूर्ण करने का प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिये।
उन्होने विद्यालयों में बनने वाले मिड-डे मिल साफ-सफाई व गुणवत्ता बनाये रखने, विद्यालयों में बायोमेट्रिक मशीन लगाने, प्रत्येक छात्र को तथा अभिभावकों को छात्रवृत्ति तथा अन्य सुविधायें दिलवाने के लिए उन्हे आधार कार्ड बनवाने केा प्रेरित करने तथा बच्चों को समय-2 पर स्वास्थ्य परीक्षण करवाने तथा विद्यालयों में सैनेट्री नेफकीन मशीन लगाने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि प्रत्येक विद्यालय में शिक्षक/कर्मचारियों की उपस्थिति हेतु बायोमैट्रिक मशीन की व्यवस्था की जानी है तथा तद्नुसार नियमित उपस्थिति हेतु निर्देश निर्गत किये जायें, साथ ही यह भी अवगत कराया जाये कि अपरिहार्य परिस्थिति को छोड़कर कोई भी अभिकर्मी अपने कार्यस्थल से अनुपस्थित न रहें। इस अवसर पर मुख्य शिक्षा अधिकारी एस.वी जोशी, जिला शिक्षा अधिकारी वी.एस चैधरी, खण्ड शिक्षा अधिकारी कालसी रणजीत राणा, विकासनगर बी.पी सिंह, चकराता डाॅ मूलचन्द सहित सम्बन्धित विद्यालयों के प्रधानाचार्य उपस्थित थे।