– भाजयुमो की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नेहा जोशी ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा आयोजित ‘तू बोल…’ कार्यक्रम में किया प्रतिभाग,
नई दिल्ली/देहरादून, गढ़वाल का विकास डॉट कॉम। नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में गुरुवार को राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में ‘तू बोल…’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत महिला हस्तियों ने शिरकत की और अपने विचार साझा किए।
कार्यक्रम का आयोजन और अध्यक्षता राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने की। कार्यक्रम में भाजयुमो की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नेहा जोशी के अलावा आध्यात्मिक गुरु सिस्टर बी.के.शिवानी, बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल, सामाजिक कार्यकर्ता प्रज्ञा प्रसून सिंह और इसरो की वैज्ञानिक ऋतु करिधाल आमंत्रित अतिथियों के रूप में उपस्थित रहीं।
भाजयुमो उपाध्यक्ष नेहा जोशी ने राजनीति और नीति निर्माण के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी के विषय पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पहले नीति निर्माण में महिलाओं को बराबर का अधिकार देने की पहले बात तो होती थी, लेकिन किसी का इरादा दिखाई नहीं देता था। पिछले 10 सालों में यह स्थिति बदली है और अब नीति निर्माण में महिलाओं की भागीदारी के तैयारी हुई है और एक ऐसा सिस्टम तैयार हुआ है जहाँ उनकी शक्ति को पहचान मिले।
*महिलाओं की समय की गरीबी हुई दूर*
भाजयुमो उपाध्यक्ष नेहा जोशी ने कहा कि महिलाओं के जीवन में समय की भी गरीबी होती है जिसकी कम ही बात होती है। लेकिन आज मोदी सरकार की योजनाओं ने इस गरीबी को भी दूर किया है। उन्होंने इससे संबंधित एक किस्सा साझा करते हुए बताया कि जब वे उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के साथ काम कर रही थीं तब कई लाभार्थी महिलाओं की तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करवाई। इनमें छत्तीसगढ़ से नारायणी शास्त्री नामक एक लाभार्थी महिला ने उस मुलाकात में कहा,’ मुझे लगता था कि समय को खरीदा नहीं जा सकता, जब से यह गैस सिलेंडर मिला है मैंने समय को खरीद लिया है।’
अध्यक्ष रेखा शर्मा ने बताया कि इस कार्यक्रम का नाम और थीम ‘तू बोल…’ इसलिए रखी गई है क्योंकि अन्याय के विरुद्ध बोलना जरूरी है, जिन मुद्दों पर ध्यान दिलाना है उनके लिए बोलना जरूरी है। अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने बताया कि मुझे साइना नेहवाल बनाने वाली मेरी माँ हैं। कार्यक्रम के अन्य अतिथियों में इसरो की वैज्ञानिक और रॉकेट वुमन के नाम से प्रसिद्ध ऋतु करिधाल ने भारत के प्राचीन अंतरिक्ष ज्ञान और मौजूदा समय में मंगलयान और चंद्रयान जैसी उपलब्धियों पर जानकारी दी।