– आपदा संभावित क्षेत्रों की गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व लाये निकटवर्ती अस्पताल,
– डेंगू रोकथाम को आपसी समन्वय स्थापित करें सम्बंधित विभाग
देहरादून 28 जुलाई, गढ़वाल का विकास डॉट कॉम। स्वास्थ्य मंत्री उत्तराखण्ड सरकार धन सिंह रावत ने ऋषिपर्णा सभागार कलेक्ट्रेट में डेंगू संबंधी रेखीय विभाग के अधिकारियों के साथ एवं सिकल सैल एनीमिया रोक के दृष्टिगत बैठक लेते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मंत्री ने जनपद में डेंगू की स्थिति एवं डेंगू से बचाव हेतु किए जा रहे निरोधात्मक उपाय की जानकारी प्राप्त की। पर्वतीय क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को सरकार की पहल से प्रसव की संभावित तिथि से एक सप्ताह पूर्व चिकित्सालयों के निकट समुचित सुविधा मुहैया कराते हुए ठहराया जाएगा। डेंगी रोकथाम एवं नियंत्रण पर सम्बन्धित विभाग आपसी समन्वय से युद्धस्तर पर कार्य करेंगे तथा स्कूलों में बच्चों को प्रयोगात्मक शिक्षा के माध्यम से डेंगू के बचाव एवं लार्वा नष्ट करने हेतु जागरूक किया जाएगा। साथ ही प्रत्येक स्तर पर डेंगू की रोकथाम हेतु जागरूकता किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने निर्देश दिए कि डेंगू के लक्षण एवं बचाव की जानकारी से जनमानस को जागरूक करें। उन्होंने निर्देश दिए कि फॉगिंग कार्यों के साथ ही प्रभावी अभियान चलाते हुए डेंगू के लार्वा को नष्ट किया जाए। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि स्कूलों में बच्चों को जागरूकता के साथ ही प्रयोगात्मक माध्यम से डेंगू लार्वा से बचाव के उपाय बताने तथा बच्चों को स्कूल में फुल यूनिर्फाम में बुलाने हेतु स्कूलों के प्रधानाध्यापकों एवं प्रबंधकों को निर्देशित किये जाने को कहा। मा0 मंत्री ने निर्देश दिए कि लोगों को मच्छरदानी भी उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने डेंगू के बचाव एवं जनजागरूकता हेतु युद्ध स्तर पर कार्य करने के निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि इन कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग के भी निर्देश दिए। उन्होंने स्कूलों में प्रतिदिन 10 मिनट डेंगू बचाव अभियान चलाने के निर्देश दिए साथ ही जनमानस से अपेक्षा करते हुए कहा कि जनमानस अपने घरों में प्रतिदिन 10 मिनट डेंगू बचाव हेतु किए जाने वाले कार्यों को अपनाएं तथा अन्य को भी इसके लिए जागरूक करें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को प्रचार-प्रसार एवं जिंगल के माध्यम से डेंगू से बचाव हेतु जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य विभाग, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, शिक्षा, पंचायतीराज विभाग, समाज कल्याण आदि समस्त रेखीय विभाग को निर्देशित किया कि प्रचार-प्रसार के साथ ही सभी तैयारियां युद्ध स्तर पर की जाए।
मा0 मंत्री ने सिकल सैल की रोकथाम हेतु माइक्रो प्लान तैयार करते हुए प्रत्येक घर/परिवार को कवर करने हेतु कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। मा0 प्रधानमंत्री जी के संकल्प 2027 तक एनीमिया मुक्त भारत बनाने हेतु प्रभावी कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। तथा राज्य में 17 सिंतबर 2023 को एनीमिया मुक्त अभियान का शुभारम्भ करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने समाज कल्याण विभाग को निर्देशित किया कि जनपद में सर्वे कराते हुए जनजातीय परिवारों की संख्या का पूर्ण विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। मा0 मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को यह भी निर्देश दिए कि आई फ्लू के लक्षण एवं बचाव के संबंध में भी जानकारी से लोगों को जागरूक किया जाए।
मा0 मंत्री ने निर्देश दिए कि जनपद के ऐसे पर्वतीय क्षेत्र जहां पर आपदा की संभावना बनी रहती है उस क्षेत्र में जो भी गर्भवती महिलाएं है, जिनका 15 अक्टूबर तक प्रसव होने वाला हो ऐसी सभी गर्भवती महिलाओं को प्रसव की संभावित तिथि से एक सप्ताह पूर्व चिकित्सालयों के निकट लाया जाएगा, जिसके लिए होटल, धर्मशाला, गेस्ट हाउस आदि में ठहराया जाए जिसका वहन सरकार द्वारा किया जाएगा। साथ ही निर्देशित किया कि जो स्कूल गाड गदेरे पार करके स्कूल जाना होता है ऐसे बच्चों को या तो निकटतम स्कूल में बुलाया जाए अन्यथा ऐसे स्कूलों की आपदा के दृष्टिगत छुट्टी रखी जाए। उक्त विषय पर जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने जानकारी देते हुए अवगत किया कि जनपद के ऐसे सभी विद्यालयों को चिन्हित कर सम्बन्धित उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि मौसम विभाग की चेतावनी एवं क्षेत्र की परिस्थिति के दृष्टिगत अपने स्तर स्कूलों में अवकाश घोषित करते हुए समुचित व्यवस्था एवं निगरानी बनाए रखने के आदेश जारी किए गए है।
बैठक में जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने समस्त रेखीय विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि मा0 मंत्री जी द्वारा दिए गए निर्देशों का अक्षरश पालन करते हुए प्रभावी अभियान चलाए जाए साथ ही जिन क्षेत्रों में डेंगू घनात्मक रोगी चिन्ह्नित हो रहे हो उन क्षेत्रों तथा उनके आस-पास के क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर अभियान चलाते हुए डेंगू के लार्वा को नष्ट करें। उन्होंने सिकल सैल एनीमिया मुक्त अभियान हेतु प्रभावी कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए।
बैठक में जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ0 बिनीता शाह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 संजय जैन, नगर आयुक्त नगर निगम ऋषिकेश राहुल गोयल, अपर मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0 जे.एस रावत, मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0 अविनाश खन्ना, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय डॉ0 शिखा जंगपांगी, मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप रावत, सहायक नगर आयुक्त नगर निगम ऋषिकेश रमेश सिंह, सहायक निदेशक सूचना बी.सी नेगी, जिला समाज कल्याण अधिकारी गोवर्धन सिंह, जिला डेंगू मलेरिया अधिकारी डॉ0 सुभाष जोशी सहित अन्य चिकित्सालयों के चिकित्सक एवं संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।