देहरादून 25 जुलाई, गढ़वाल का विकास डॉट कॉम। उत्तराखण्ड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा माहरा दसौनी ने अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड को लेकर भाजपा मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चैहान और प्रदेश प्रवक्ता विरेन्द्र बिष्ट के बयानों पर पलटवार करते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी है।
दसौनी ने कहा कि भाजपा के हालात सौ सौ चुहें खाकर बिल्ली हज़ को चली वाली कहावत को चरितार्थ करते हैं। दसौनी ने कहा कि आज दस महीनें बीत जाने के बावजूद पहाड की बेटी अंकिता भण्डारी को न न्याय मिल पाया है और न ही उसके माता पिता को भाजपा राज ने इस कगार पर पहुचा दिया है कि वह आत्मदाह की धमकी देने तक को मजबूर हैं। दसौनी ने कहा कि एक तरफ धामी सरकार सीबीआई जांच से घबरा रही है वहीं वीआईपी का नाम जिसका जिक्र अंकिता ने मरने से पहले अपने व्हाट्सएप पर किया था उजागर हो पाया है। आज तक बुलडोजर चलाने वाले का अता पता नहीं है उस पर कार्यवाही तो दूर की बात है। दसौनी ने कहा कि बुलडोजर किसने चलाया किस मकसद से चलाया, साक्ष्य और सबूतों को नष्ट करने के लिए दण्ड का क्या हुआ। पुलिस की मौजूदगी में रिर्जाट में दो बार आग किसने लगाई क्यों लगाई, कौन लोग इस लापरवाही के जिम्मेदार हैं, भाजपा किसे बचाना चाहती है। यह वह तमाम सवाल हैं, जिनके जवाब अभी अनुत्तरित हैं। दसौनी ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा के नेताओं और नेत्रियों का खून पानी हो चुका है। दसौनी ने भाजपा के प्रवक्ताओं को ललकारते हुए कहा कि उत्तराखण्ड के महा धाम केदारनाथ का ढाई सौ किलो सोना पीतल हो जाता है भाजपाई उफ तक नहीं करते उनकी आस्थाओं को तब चोट नही पहुंचती जब बीकेटीसी सबकी आंखो के सामने वहां केदारनाथ धाम की सम्पत्ति और आस्थाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है। दसौनी ने कहा कि ऐसे कमजोर रीढ़ के भाजपाइयों को इंसान कहलाने तक का हक नही जिन्होंने मानवता का धर्म ही छोड दिया हो, न उन्हें अंकिता की चीखें सुनाई पड़ती हैं न बाबा केदार के साथ हो रहा भद्दा मजाक और न राज्य में बड़े पैमाने पर चल रहे भर्ती घोटाले और घोटालों में संलिप्त भाजपा के पदाधिकारी।
दसौनी ने कहा और तो और सैन्य प्रधान प्रदेश उत्तराखण्ड के युवाओं के पेट में लात मारते हुए केन्द्र सरकार जिस तरह से अग्निवीर योजना लायी और जिस अग्निवीर योजना की वजह से उत्तराखण्ड के युवाओं के सपने तार तार हो गये उन युवाओं के साथ भी भाजपाई खडे नही दिखे। दसौनी ने कहा कि लानत है ऐसे जीवन पर जो लालच और अवसर वादिता के चलते मानव धर्म ही भुला दें। दसौनी ने यह भी कहा कि आज देशहित में और प्रदेश हित में भाजपाईयों को हो रहे अत्याचार भ्रष्टाचार के खिलाफ खडा होना चाहिए था परन्तु सत्ता हनक ने शायद इन भाजपाईयों की खाल मोटी कर दी है। न इन्हें महिलाओं पर हो रहे अपराध दिख रहे हैं और न ही युवाओं और किसानों पर हो रहे अत्याचार।