19 फरवरी, गढ़वाल का विकास डॉट कॉम, देहरादून।उत्तराखंड में सरकार किसकी होगी, इसका खुलासा 10 मार्च को होगा, लेकिन प्रदेश के पूर्व CM हरीश रावत अभी भी पूरी तरह से इलेक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। अब हरदा ने ‘यदि उनके हाथ में बात रही’ कहते हुए, दिवंगत कार्यकर्ताओं के नाम पर प्रदेश में तीन नई योजनाएं शुरू करने की बात कहीं है।
सोशल मीडिया के माध्यम से पूर्व CM हरीश रावत ने कहा कि मेरी राजनीतिक व सामाजिक सोच में तीन लोगों का बड़ा भारी योगदान है, सुशील कुमार निरंजन, रामलाल विद्यार्थी जिन्होंने सबसे पहले हाथी को अपना चुनाव चिन्ह बनाया था और जो भूमिहीनों के नेता थे और स्वर्गीय राधे लाल, राधेलाल चर्मकार थे, रामलाल जी शिल्पकार थे, मगर भूमिहीनों के नेता थे और सुशील कुमार निरंजन एक दलित एक्टिविस्ट के साथ-साथ सामाजिक कार्यकर्ता थे। मैं चाहूंगा कभी मेरे हाथ में बात रही तो रामनगर जो सुशील कुमार निरंजन का कार्यक्षेत्र था उस कार्य क्षेत्र में मैं, सुशील कुमार निरंजन के नाम पर एक सार्वजनिक लाइब्रेरी/वाचनालय स्थापित करूंगा।यदि कभी मेरे हाथ में बात आई तो मैं स्वर्गीय रामलाल जी के नाम पर एक ऐसी वसासत जहां भूमिहीन आकर के बसे हों, उस वसासत का नामकरण रामलाल करना चाहूंगा। राम और श्याम, दोनों के नाम पर मतलब श्यामलाल के नाम पर भी और राम का उद्बोधन भी हो, #राम_श्याम_चर्मकार_सम्मान_पेंशन भी प्रारंभ करना चाहूंगा, चाहे वह ₹500 की राशि हो।