– एडवेंचर टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ए0टी0ओ0ए0आई0) द्वारा पुरस्कृत,
– गुजरात के केवडिया में पुरस्कार समारोह आयोजित किया गया,
– श्री सचिन कुर्वे, आईएएस, सचिव-पर्यटन एवं सीईओ-यूटीडीबी ने प्राप्त किया पुरस्कार
देहरादून 18 दिसंबर, गढ़वाल का विकास डॉट कॉम। गुजरात के केवड़िया में ए0टी0ओ0ए0आई0 द्वारा आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान एक शानदार समारोह में उत्तराखंड को भारत का सर्वश्रेष्ठ साहसिक पर्यटन राज्य घोषित किया गया। यह पुरस्कार श्री सचिन कुर्वे, सचिव-पर्यटन एवं सीईओ-यूटीडीबी तथा कर्नल अश्विनी पुंडीर, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, (साहसिक पर्यटन) द्वारा प्राप्त किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए श्री कुर्वे ने कहा कि यह पुरस्कार राज्य में साहसिक पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड द्वारा किये जा रहे विभिन्न प्रयासों का प्रतिफल है। पिछले लगभग एक वर्ष से अधिक समय में यूटीडीबी ने राज्य को देश में अग्रणी साहसिक पर्यटन राज्य के रूप में बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं।
श्री कुर्वे ने आगे बताया कि हाल ही में विभाग द्वारा टिहरी झील पर 05 दिवसीय पैराग्लाईडिंग एक्रो फैस्टिवल का आयोजन किया गया, जिसमें 26 देशों के 54 पैराग्लाईडर्स सहित लगभग 150 पैराग्लाईडर्स ने प्रतिभाग किया। दिनांक 16.12.2023 को हरिद्वार में विभाग द्वारा भारत की प्रथम जायरोकॉप्टर उड़ान के सफल आयोजन के पश्चात् देश में जायरोकॉप्टर द्वारा पर्यटन सम्बन्धी सम्भावनाओं की नींव रखी गयी, जिससे राज्य के दूर-दराज के क्षेत्रों को जोड़ने तथा पर्यटन को बड़ा बढ़ावा मिलने की उम्मीद हैै।
साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभाग द्वारा उठाए गए कुछ कदमों में गंगा के अलावा अन्य नदियों जैसे कि शारदा, अलकनंदा, टोंस और भागीरथी आदि में कयाकिंग और राफिं्टग जैसी जल गतिविधियों के लिए ऑपरेटर शुल्क में छूट शामिल है, जिससे क्षेत्र में रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। पर्यटन निवेश नीति 2023-30 में भी साहसिक गतिविधियों सहित पर्यटन उत्पादों और सेवाओं पर 100 प्रतिशत तक सब्सिडी प्रदान करने का प्रावधान है, जिससे राज्य में साहसिक पर्यटन के विकास को गति मिलने की उम्मीद है।
राज्य ने विभिन्न साहसिक गतिविधियों जैसे कि उत्तराखंड रिवर राफिं्टग और कयाकिंग नियम, फुट लॉन्च एयरो स्पोट्र्स नियम, ट्रेकिंग ट्रैक्शन स्कीम 2020, बोट पैरासेलिंग और ट्रेकिंग नियम 2023 के लिए एसओपी नियामक ढांचा विकसित करने का काम भी शुरू कर दिया है। जिससे साहसिक गतिविधियों को बढ़ावा देकर हितधारकों के लिए अवसर पैदा किये गये हैं।
राज्य के पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने इस उपलब्धि के लिए विभाग को बधाई दी और पुरस्कार प्राप्त करने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने राज्य में साहसिक खेलों के व्यवसाय से जुड़े सभी हितधारकों को धन्यवाद दिया और उन्हें विभाग से सभी अपेक्षित समर्थन का आश्वासन दिया।