– गुप्त सेवा व्यय हुआ 16 गुना, परिश्रमिक हुआ 243 गुना,
– वर्ष 2020-21 में 40.37 करोड़ से वर्ष 2024-25 में 419 प्रतिशत बढ़कर 209.63 करोड़ हुआ खर्च
काशीपुर/देहरादून, गढ़वाल का विकास डॉट कॉम। उत्तराखंड पुलिस के खर्च में पिछले पांच वर्षों में भारी बढ़ोत्तरी हुई है। उत्तराखंड पुलिस का खर्च वित्तीय वर्ष 2020-21 के 40 करोड़ 37 लाख 683 से वित्तीय वर्ष 2024-25 में चार गुना से अधिक बढ़कर 209 करोड़ 63 लाख 90 हजार 34 रू. हो गया। यह खुलासा सूचना अधिकार के अन्तर्गत उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय द्वारा सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन (एडवोकेट) को उपलब्ध करायी गयी सूचना से हुआ।
सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन (एडवोकेट) ने उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय के लोक सूचना अधिकारी से पुलिस थाने में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर लगे सी.सी.टी.वी. पर खर्च सहित विभिन्न बिन्दुओं पर सूचना चाही थी। इसके उत्तर में उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय के लोेक सूचना अधिकारी/पुलिस अधीक्षक (का0व्यं0) कमलेश उपाध्याय ने अपने पत्रांक 579 के साथ विभाग के सभी मदों पर खर्च वाले बजट मैनुअल-8 के वर्ष 2021-22 से 2024-25 तक वित्तीय वर्ष के अन्तिम माह मार्च के विवरणों की सत्यापित फोटो प्रतियां उपलब्ध करायी हैं।
श्री नदीम को उपलब्ध सूचना के अनुसार पुलिस विभाग का वित्तीय वर्ष 2020-21 का कुल खर्च 40 करोड़ 37 लाख 73 हजार 683 था जो 2021-22 में 59 प्रतिशत बढ़कर 64 करोड़ 35 लाख 11 हजार 925 हो गया। वर्ष 2022-23 में पुनः कम होेकर 42 करोड़ 10 लाख 77 हजार 225 हो गया। वर्ष 2023-24 में तीन गुना से अधिक होकर 146 करोड़ 77 हजार 724 हो गया जो 2024-25 में बढ़कर 209 करोड़ 63 लाख 90 हजार 34 हो गया। यह बढ़ोत्तरी पिछले पांच वर्षों 419 प्रतिशत है।
श्री नदीम को उपलब्ध मदवार खर्च के विवरण के अनुसार वर्ष 2024-25 में वेतन पर 19 करोड़ 01 लाख 99 हजार 856 रू. खर्च हुये जबकि मजदूरी पर 6 लाख 99 हजार 274, मंहगाई भत्ते पर 9 करोड़ 94 लाख 8 हजार 91, यात्रा व्यय पर 27 लाख 50 हजार 667, अन्य भत्तों पर 1 करोड़ 74 लाख 56 हजार 807, परिश्रमिक मद पर 27 करोड़ 73 लाख 83 हजार 355, चिकित्सा प्रतिपूर्ति पर 24 लाख 96 हजार 913 रूपये, लेखन सामग्री एवं छपाई पर 39 लाख 99 हजार 257, कार्यालय फर्नीचर एवं उपकरण पर 8 लाख 98 हजार 557, कार्यालय व्यय पर 49 लाख 99 हजार 862, किराया उपशुल्क एवं कर स्वामित्व मद पर 5 लाख, विज्ञापन एवं प्रकाशन पर 54 लाख 44 हजार 885, उपयोगिता बिलों के भुगतान पर 74 लाख 13 हजार 940, कम्प्यूटर हार्डवेयर साफ्टवेयर एवं अनुरक्षण पर 10 करोड़ 49 लाख 89 हजार 588, व्यवसायिक तथा विशेष सेवा पर 5 करोड़ 92 लाख 5 हजार 580, कार्यालय वाहन क्रय पर 24 करोड़ 95 लाख 24 हजार 164, वाहन संचालन अनुरक्षण ईधन पर 37 करोड़ 98 लाख 94 हजार 439, अतिथ्य व्यय पर 6 लाख 98 हजार 956, गुप्त सेवा पर 1 करोड़ 50 लाख, मशीन उपकरण सज्जा एवं संयत्र पर 47 करोड़ 25 लाख 74 हजार 718, अन्य विभागीय व्यय पर 9 लाख 98 हजार 351, सामग्री एवं सम्पूर्ति पर 3 करोड़ 99 लाख 13 हजार 998, अनुरक्षण व्यय पर 9 करोड़ 99 लाख 91 हजार 816, लघु निर्माण पर 5 करोड़ 99 लाख 46 हजार 930 रू. खर्च हुये है।
लोक सूचना अधिकारी के पत्र के साथ उपलब्ध कराये पत्रांक 556(1) में पुलिस अधीक्षक, बजट द्वारा सूचना दी गयी हैं कि थानों में सी0सी.टी0वी0 लगाये जाने हेतु खर्च वर्ष 2020-21 से मानक मद 40 मशीन उपकरण सज्जा एवं संयत्र में प्रावधान करके किया गया है। उपलब्ध विवरणों के अनुसार इस मद के अन्तर्गत वर्ष 2020-21 में 2 करोड़ 49 लाख 99 हजार 690 रू. वर्ष 2021-22 में 2 करोड़ 49 लाख 92 हजार 650. वर्ष 2022-23 में 2 करोड़ 92 लाख 58 हजार 157, वर्ष 2023-24 में 17 करोड़ 62 लाख 05 हजार 900, वर्ष 2024-25 में 47 करोड़ 25 लाख 74 हजार 718 रू. खर्च किये गये है। वर्ष 2020-21 की अपेक्षा 2024-25 में इस मद में 17 गुना से अधिक की बढ़ोत्तरी हुई है।
श्री नदीम को उपलब्ध पुलिस विभाग के खर्च विवरणों से स्पष्ट हैं कि वर्ष 2020-21 की तुलना में वर्ष 2024-25 में कुल खर्च में तो 419 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। यदि मदवार वृद्धि देखे तो वेतन, अन्य भत्ते, लेखन सामग्री, फर्नीचर उपकरण, कार्यालय व्यय की मदों मंे मामूली केवल 25 प्रतिशत तक की ही वृद्धि हुई तथा अन्य विभागीय व्यय में कोई वृद्धि नहीं हुई है तथा सामग्री की सम्पूर्ति मद में 55 प्रतिशत तथा चिकित्सा प्रतिपूर्ति में 63 प्रतिशत कमी हुई है। जबकि सर्वाधिक वृद्धि 2422 प्रतिशत पारिश्रमिक मद मंे हुई हैं, किराया कर स्वामित्व मद में 2882 प्रतिशत, विज्ञापन में 2643 प्रतिशत, कम्प्यूटर हार्डवेयर में 3165 प्रतिशत, व्यवसायिक सेवा में 1874, वाहन क्रय में 7130, वाहन संचालन ईंधन व्यय में 6121,गुप्त सेवा व्यय में 1567, मशीन उपकरण में 1790 लघु निर्माण में 2080 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अन्य 25 से 900 प्रतिशत वृद्धि वाली मदों में मजदूरी में 77, महंगाई भत्ता 214, यात्रा व्यय 71, उपयोगिता बिल 59, अतिथ्य 834, अनुरक्षण में 900 प्रतिशत वृद्धि शामिल है।