देहरादून। संघ पृष्ठभूमि के भाजपा नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत का उत्तराखंड का नया मुख्यमंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है। सूत्रों की मानें तो पार्टी हाईकमान ने उनके नाम पर लगभग मुहर लगा दी है। अगर कोई बड़ा फेरबदल न हुआ तो त्रिवेंद्र सिंह रावत 18 मार्च को शपथ ग्रहण कर सकते हैं।
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी पराजय देकर पहली बार प्रचंड बहुमत से जीत हासिल करने वाली भाजपा वृहस्पतिवार तक मुख्यमंत्री का चेहरा तय कर देगी। अंतिम फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को करना है। सूत्रों के मुताबिक बुधवार देर शाम प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के बीच एक बैठक में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के नाम पर र्चचा हुई जिसमें भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में आये सीएम पद के नामों पर विस्तार से विचार विमर्श हुआ। बुधवार को भाजपा हाईकमान ने आनन-फानन में त्रिवेंद्र सिंह रावत को दिल्ली बुलाया गया। उसके बाद ही सीएम के रूप में उनकी ताजपोशी की र्चचा शुरू हुई। वैसे उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के लिए चौबट्टाखाल विधायक सतपाल महाराज, अजय भट्ट, पिथौरागढ़ के विधायक प्रकाश पंत के नाम भी र्चचा में हैं।
शाह के करीबी रहे त्रिवेंद्र
देहरादून। पूर्व कैबिनेट मंत्री और झारखंड भाजपा के प्रभारी त्रिवेंद्र सिंह रावत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के काफी करीबी रहे हैं। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तरप्रदेश में शाह के साथ काम कर चुके हैं। उस समय शाह चुनाव प्रभारी थे और त्रिवेंद्र सिंह रावत सह प्रभारी थे। संगठन में खासी पैठ रखने की वजह से त्रिवेंद्र सिंह रावत की सूझबूझ से शाह प्रभावित रहे और उसके बाद उन्हें झारखंड भाजपा का प्रभारी बनाया गया।